
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने ‘मीरा को पति नहीं, देवर तंग करता था’ बयान पर माफी मांगी है। उन्होंने कहा- ‘मैं मीरा के भजन गाता हूं। उनका अपमान नहीं कर सकता। मेरे शब्दों से किसी को ठेस पहुंची है तो माफी मांगता हूं।’
दरअसल, बीकानेर सांसद मेघवाल ने 23 दिसंबर को सीकर में मीरा पर यह बयान दिया था। उनके इस बयान का लगातार विरोध हो रहा है। राजपूत समाज ने बयान पर आपत्ति जताते हुए आंदोलन की चेतावनी दी थी। अब मेघवाल ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर माफी मांगी है।
मेघवाल ने कहा था- देवर मीरा से शादी करना चाहता था सीकर के पिपराली स्थित श्रीश्याम गोशाला के स्थापना दिवस समारोह में कानून मंत्री ने कहा था- मीरा मेड़ता में जन्मी और शादी चित्तौड़गढ़ की थी। हम इतिहास में पढ़ते हैं कि मीरा के पति ने उन्हें तंग किया, लेकिन ऐसा नहीं है।
मीरा के पति एक साल जिंदा रहे और खानवा के युद्ध में उनकी मृत्यु हो गई थी। मीरा के पति की मृत्यु होने के बाद उनका देवर राणा बना था। तब राणा ने मीरा से कहा था कि उससे शादी करें।
मीरा को उसका पति नहीं, देवर (राणा) तंग करता था। इतिहास में कुछ चीजें अलग लिखी गईं और इसका संशोधन भी होता रहता है। इसका संशोधन करने का काम भी हमारा ही है।
अब कहा- मीरा के अपमान की सोच भी नहीं सकता
गुरुवार शाम वीडियो में मेघवाल ने कहा- भारतीय भक्ति परंपरा में मां मीरा का स्थान भक्त शिरोमणि का है। मां मीरा ने कृष्ण भक्ति के माध्यम से देश में भक्ति भाव का संचार किया है। मेरा जीवन बचपन से ही मां मीरा के आदर्शों से प्रेरित रहा है। मैं अपने कार्यक्रमों में लगातार उनके भजनों को गाता हूं और उनके व्यक्तित्व से मुझे बहुत प्रेरणा भी मिली।

भक्ति भावना में मां मीरा साधना के शिखर पर विराजमान हैं। ऐसी भक्त शिरोमणि मां मीरा के प्रति मेरे मन में श्रद्धा और आस्था है।

नाक रगड़ कर मांगनी होगी माफी’ इससे पहले, केंद्रीय मंत्री के बयान पर युवा शक्ति संयोजन के मुख्य ध्वजवाहक शक्ति सिंह बांदीकुई ने वीडियो जारी कर कहा था- इतिहास पर हमले दर हमले हो रहे हैं। अब तो सरकार के कानून मंत्री तक हमारे आदर्शों और परंपराओं पर भद्दे बयान देने से नहीं चूक रहे। मंत्री ने मीरा बाई के जीवन और हमारे गौरवशाली इतिहास के बारे में किए गए मनगढ़ंत दावों से न केवल क्षत्रिय समाज बल्कि पूरे सनातनी समाज की भावनाओं को आहत किया है।
शक्ति सिंह ने कहा था- केंद्रीय मंत्री को बयान के लिए जल्द से जल्द माफी मांगनी चाहिए। अन्यथा राजपूत समाज देशव्यापी आंदोलन करेगा। उन्होंने कहा था- केंद्रीय मंत्री को नागौर जिले के मेड़ता में स्थित मीराबाई मंदिर में जाकर नाक रगड़ कर माफी मांगनी होगी, अन्यथा समाज उन्हें माफ नहीं करेगा।