जयपुर टैंकर ब्लास्ट मामले में पूर्व परिवहन मंत्री ने एनएचएआई को सबसे भ्रष्ट संस्था करार देते हुए केंद्रय सड़क परिवहन मंत्री से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने मामले में केंद्र और राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

जयपुर : जयपुर में हुई दुखांतिका को लेकर पूर्व परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने केंद्र और राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बीकानेर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस घटना के लिए एनएचएआई और टोल कंपनी की लापरवाही जिम्मेदार है।
खाचरियावास ने एनएचएआई को सबसे भ्रष्ट संस्था करार देते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए। खाचरियावास ने दावा किया कि यदि टोल कंपनी ने शर्तों का पालन किया होता और कट को बंद नहीं किया जाता तो इस दुर्घटना से बचा जा सकता था।
उन्होंने टोल कंपनी और एनएचएआई के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और मुकदमा दर्ज करने की मांग की। पूर्व मंत्री ने सवाल किया कि दुर्घटना के बाद बना जाम कब खत्म होगा, उन्होंने स्थानीय प्रशासन की भूमिका को लेकर हादसे की जिम्मेदारी तय करने की बात कही।
उन्होंने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें फिल्मी कलाकारों की तरह व्यवहार करना बंद करना चाहिए वे घटना स्थल पर जाकर फोटो शूट करवा रहे हैं, जबकि उन्हें मामले कि जांच करवानी चाहिए ताकि पीड़ितों को इंसाफ मिल सके। खाचरियावास ने कहा कि जब तक जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक ऐसे हादसे होते रहेंगे।