आरके ग्रुप 0056 के हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा के खिलाफ दर्ज हैं करीब दो दर्जन मुकदमे हिमामंडन: हिस्ट्रीशीटर ने नवलगढ़ के पूर्व विधायक के लगाई धोक और माला भी पहनाई

सीकर. क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुके हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा के संतों व नेताओं की मौजूदगी में एक सामाजिक कार्यक्रम में भाग लेने का वीडियो सामने आया है। आरके ग्रुप का मुखिया हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा ने 19 नवंबर को नवलगढ़ तहसील क्षेत्र के खिरोड़ गांव में एक सामाजिक कार्यक्रम में भाग लिया। इस समारोह में सांगलिया धूणी के पीठाधीश्वर संत ओमदास, नवलगढ़ के पूर्व विधायक राजकुमार शर्मा के
मंच पर थे। मंच से कार्यक्रम ने

कार्यक्रम में पूर्व विधायक को माला पहनाता व उनके साथ हिस्ट्रीशीटर आरोपी हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा खुलेआम घूम रहा है। इसके बावजूद गोठड़ा, नवलगढ़ थानों की पुलिस और सीकर की दादिया थाना पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही है।

ऐसे में आरोपी आमजन पर जानलेवा
हमले कर रहा है। आरोपी हिस्ट्रीशीटर रविंद्र ने 25 नवंबर को सीकर के श्यामपुरा गांव के सुरेश मुवाल की कार के टक्कर मारकर हाथ-पैर तोड़
दिए थे। आरोपी झुंझुनूं व सीकर में व्यवसाइयों से फिरौती मांग रहा है और रकम नहीं देने पर बदमाशों के साथ लोगों पर जानलेवा हमला कर दहशत फैला रहा है।

इसलिए बुलंद हो रहे अपराधियों के हौंसले
हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा ने 19 नवम्बर को खिरोड़ गांव में
आयोजित एक सामाजिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। नवलगढ़ के पूर्व विधायक राजकुमार शर्मा समारोह में आए तो रविंद्र कटेवा ने पूर्व विधायक के धोक भी लगाया। ऐसे में बदमाशों के हौसला बुलंद हो रहे है।

झुंझुनूं और सीकर पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं रही, बल्कि यह कह रही है कि आरोपी मिल नहीं रहे हैं। जबकि बदमाश दिनभर मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर भी एक्टिव हैं।। बदमाश खुलेआम घूम रहे, पीड़ित भयभीत हिस्ट्रीशीटर कटेवा सोशल मीडिया पर कई अकाउंट चलाता है और उनके जरिए रील बनाकर लोगों को जान से मारने की एलानियां धमकियां दे रहा है। वह श्रीगंगानगर, झुंझुनूं व सीकर के बदमाशों को अपने साथ रखता है।


आरोपी लगातार पीड़ित व उसके परिवार को जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं और उनके घर की रैकी कर रहे हैं। इधर पुलिस की ढिलाई के चलत पीड़ित भयभीत है और बदमाश खुलेआम घूम रहे हैं।
ये बोले पूर्व विधायक
आप जिस कार्यक्रम की बात कर रहे हो वह एक सामाजिक कार्यक्रम था,जिसमें सांगलिया पीठाधीश्वर भी शरीक हुए थे, यह उनका ही कार्यक्रम था।पब्लिक कार्यक्रम में कौन आकर माला पहना जाए,हमें पता नहीं रहता। मैं किसी भी ऐसे व्यक्ति को नहीं जानता हूं। यदि उसने बदमाशी की है तो कानून अपना काम करेगा।

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